Wednesday, November 5, 2008

कवि और उनकी कविता

अपने एक मित्र के जरिये मनमोहन जी की कुछ कविताएं पढ़ने को मिली. उनकी कवितायें किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. नीचे उनकी कविताओं का लिंक दिया है, उनसे रूबरू होने पर आप खुद ही समझ जायेंगे

http://ek-ziddi-dhun.blogspot.com/2008/11/blog-post.html

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